रवि किशन के बयानों में से एक नजर: फिल्मों के गानों में अश्लीलता पर उनकी राय

बॉलीवुड के प्रमुख अभिनेता रवि किशन ने हाल ही में 'लहंगा उठाई देब' और फिल्म 'पठान' के बारे में अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि फिल्मों के गानों में अश्लीलता नहीं होनी चाहिए और सिनेमा को सिनेमा की तरह फंक्शन करना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने अपने पुराने गानों के लिए भी माफी मांगी है, कहते हुए कि उनके पास उस समय इतना समय नहीं था कि वह सेट पर जाने से पहले गाने सुन सकें।

2023 में शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' से वापसी के मौके पर उन्होंने बताया कि फिल्म को लेकर लोगों ने बाहें फैलाई हैं, लेकिन कुछ लोगों ने उसमें कमियां ढूंढ़ लीं हैं। इसका मानस में तुलसी बाबा के उक्ति "जाकि रही भावना जैसी" से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि शाहरुख की फिल्मों पर भी लोगों की ऐसी भावनाएं आईं हैं। इसके अलावा, गाने 'Besharam Rang' को लेकर हुए विवाद के बारे में भी चर्चा हुई, जिससे फिल्म को बॉयकॉट करने की मांग हुई थी। रवि किशन ने इस विवाद पर भी अपनी राय दी है और उनका कहना है कि फिल्मों के गानों में अश्लीलता और डबल मीनिंग लिरिक्स के मसले पर विचार करना चाहिए।

रवि किशन ने अपने बयानों में यह भी कहा है कि उन्हें अपने करियर में कई ऐसे गानों में काम करना पड़ा है, जिनको लेकर आज उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है। इसके साथ ही, उन्होंने सिनेमा को समझने की जरूरत को बताया और सिनेमा को सिनेमा की तरह फंक्शन करने की जरूरत है।

इस बयान के साथ, रवि किशन ने अपने करियर के कुछ मोमेंट्स को याद करते हुए बताया कि उन्हें गाने सुनने का समय नहीं मिलता था और कई बार तो स्क्रिप्ट तक पढ़ने का समय नहीं था क्योंकि वह तीन-तीन शिफ्ट करते थे।

समाप्तित्व में, रवि किशन ने सिनेमा में अश्लीलता पर अपनी राय बताई और साथ ही उन्होंने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ आपको सही और गलत का समझना होता है।