अयोध्या में राज्याभिषेक: राम की पुनरागमन

"अयोध्या में राज्याभिषेक: राम की पुनरागमन" रामायण महाकाव्य के एक महत्वपूर्ण चरण को विवेचन करता है, जिसमें राम भगवान अपने परिवार और अनुयायियों के साथ अयोध्या में राज्याभिषेक के लिए पुनरागमन करते हैं। इस घटना में, राम के राजा बनने का उत्साह और उनके विशेष प्रदर्शन का वर्णन होता है।

अयोध्या में राज्याभिषेक का समय राम के अयोध्या वापसी के बाद आता है। राम ने राक्षस राजा रावण को मारकर अपनी पत्नी सीता को मुक्ति दिलाई और फिर अयोध्या की ओर पलटे। इस समय, भगवान राम को अपने धर्मपत्नी सीता के साथ लौकिक जीवन का आनंद भी होता है।

राज्याभिषेक के दिन, राम ने अपने पिता का आदर्श अनुसरण करते हुए राजा बनने का दृढ़ संकल्प किया और भूमि के राजा के रूप में जनता के बीच से अपनी सेवा का वचन दिया। राम के राज्याभिषेक का यह क्षण उनके नैतिकता, धर्म, और श्रेष्ठता के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को प्रमोट करता है।

"अयोध्या में राज्याभिषेक: राम की पुनरागमन" रामायण में एक महत्वपूर्ण घटना है जो राम के राजा बनने की उत्कृष्टता को प्रकट करती है और पाठकों को धर्म, नैतिकता, और राजनीतिक शिक्षा के महत्वपूर्ण सिद्धांतों के साथ परिचित कराती है।