प्राण प्रतिष्ठा के दिन, अयोध्या में सुरक्षा की मुख्य दिशा: 7 सुरक्षा एजेंसियों के कैंप, 15 टीमें तलाशी में, 30,000 जवान होंगे तैनात

अयोध्या: रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आगमन के साथ ही महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी बेहद गंभीर सुरक्षा के तहत तैनात हुआ है। इस बड़े सुरक्षा उपाय के तहत, उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की छठवीं वाहिनी को सौंपा गया है, जिसमें 294 जवान शामिल हैं। इन जवानों में तीन इंस्पेक्टर, 55 उप निरीक्षक, 22 मुख्य आरक्षी और 194 आरक्षी शामिल हैं, जो आतंकी खतरों से निपटने की क्षमता रखते हैं।

इसके अलावा, श्रीराम मंदिर की सुरक्षा को भी बढ़ावा दिया गया है, जिसमें कमांडोज़ को अहम जिम्मे निभाने के लिए तैनात किया गया है। रामनगरी में लगभग 30,000 जवानों को भी तैनात किया गया है, जो समारोह के दौरान सुरक्षा की गाड़ी बनाए रखेंगे।

आगामी 21 और 22 जनवरी को रामलला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिनों में, यहां भारी वाहनों की अनुमति नहीं होगी, जबकि छोटे वाहनों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही, आमंत्रित अतिथियों के लिए बेहतर पार्किंग और सुरक्षित व्यवहार की सुनिश्चित करने के लिए कई और सुरक्षा उपाय लागू किए जा रहे हैं। इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि किसी भी अनुरागी की अनधिकृत पहुंच को रोका जा सके।

यह सुरक्षा का बड़ा इंतजाम समारोह के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहित विभिन्न विशेषज्ञों और अतिथियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया है, जो इस महत्वपूर्ण समारोह को अभिवादन करने के लिए आ रहे हैं।"