नई दिल्ली : नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बताया कि भारत ने अपनी समुद्री क्षमता को बढ़ाने के लिए समुद्री डकैती (एंटी पायरेसी) रोकने और ड्रोन रोधी गतिविधियों में छह युद्धपोत तैनात किए हैं। इसके साथ ही, एक प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है जिसमें इन कार्यों के लिए अधिक पोतों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। एडमिरल ने बताया कि यह एक व्यापक पहल है जो अरब सागर और अदन की खाड़ी में चुनौती से निपटने के लिए है।
नौसेना प्रमुख ने तथ्य किया कि कुछ युद्धपोत ड्रोन रोधी क्षमताओं से लैस हैं और नौसेना अन्य युद्धपोतों में भी इस तकनीक का लागू कर रही है। ड्रोन रोधी गतिविधियों में जीपीएस जैमर्स, सतह से हवा में मार करने वाली प्रक्षेपास्त्र और लैजर उपकरण शामिल हैं।
आगामी दिनों में अधिक पोतों को संख्या में बढ़ाने का प्रस्ताव जल्दी ही मंजूर हो सकता है, जिससे समुद्री सुरक्षा में और भी मजबूती आएगी।
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