विश्व ब्रेल दिवस: लुई ब्रेल के जन्मदिन पर सांस्कृतिक समृद्धि की ऊँचाइयों की दिशा में

4 जनवरी को पूरी दुनिया में विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, जो ब्रेल लिपि के संस्थापक लुई ब्रेल के जन्मदिन के अवसर पर होता है। लुई ब्रेल, जिनका जन्म 1809 में फ्रांस में हुआ था, ने एक अद्वितीय लिपि की रचना करके सांस्कृतिक समृद्धि की राह में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

ब्रेल लिपि एक सार्वभौमिक कोड है, जो विभिन्न भाषाओं में लिखने और पढ़ने के लिए उपयोग होता है, इससे यह लोग अलग-अलग भाषाओं को सीख सकते हैं। इस अवसर पर, दुनियाभर में दिव्यांग जनों के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें शिक्षा, संचार, और सामाजिक समावेश के क्षेत्र में उन्नति को बढ़ावा देने के लिए उपायुक्त माध्यम हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने इस महत्वपूर्ण दिन को चुनकर ब्रेल के संस्थापक लुई ब्रेल के योगदान को स्वीकृति देने का निर्णय लिया है, जिससे उनकी मेहनत और समर्पण की प्रशंसा हो रही है। इस दिन का उद्दीपन भारतीय समाज में भी हो रहा है, और विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों से लोग इस महत्वपूर्ण संदेश को समझ रहे हैं।

इस साल के विश्व ब्रेल दिवस के मौके पर, हम सभी को ब्रेल लिपि के महत्व को समझने और इसे बढ़ावा देने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित करते हैं। यह एक सांस्कृतिक अंतराष्ट्रीयता का उत्कृष्ट प्रतीक है, जो सभी व्यक्तियों को समृद्धि और समानता की दिशा में एक साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।