जन औषधि केन्द्रों से लगभग 26 हजार करोड़ रुपये की बचत: गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बताया कि पिछले नौ वर्षों में जन औषधि केन्द्रों के कारण देशभर में गरीबों की लगभग 26 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है। आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘प्राथमिक कृषि ऋण समितियों-पैक्स के सम्‍मेलन' में भाषण करते हुए, उन्होंने बताया कि पहले प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों से अधिकतर शहरी क्षेत्रों में रह रहे गरीब लोगों को लाभ मिलता था, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी किफायती मूल्‍य पर दवाइयां मिल रही हैं।

रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने भी बताया कि पिछले कुछ महीनों में चार हजार से अधिक प्राथमिक कृषि ऋण समितियों को ऑनलाइन पंजीकृत किया गया है। उन्‍होंने कहा कि दो हजार तीन सौ से अधिक समितियों को प्रारंभिक स्‍वीकृति दे दी गई है और इनमें से पांच सौ समितियों ने जन औषधि केन्‍द्र शुरू कर दिए हैं।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री जन औषधि केन्‍द्र संचालित करने वाले पांच राज्‍यों की समितियों को स्‍टोर कोड प्रदान किए गए। सहकारिता राज्‍य मंत्री वी.एल. वर्मा, सहकारिता सचिव ज्ञानेश कुमार और औषधि सचिव अरुणीश  चावला भी इस अवसर पर उपस्थित थे।