केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद ने 'स्मार्ट-2.0' कार्यक्रम की शुरुआत की आयुर्वेद शैक्षिक व्यवसायियों को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए

नई दिल्ली: केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद ने भारतीय राष्ट्रीय चिकित्सा प्रणाली आयोग के साथ मिलकर 'स्मार्ट-2.0' कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपसी सहयोग से देश भर के आयुर्वेद शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों के साथ आयुर्वेद के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में मजबूत नैदानिक अध्ययन को प्रोत्‍साहन देना है। केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक प्रोफेसर वैद्य रबीनारायण आचार्य ने कहा कि अध्ययन का उद्देश्य बाल कासा, कुपोषण, अपर्याप्त स्तनपान, असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव, रजोनिवृत्ति के बाद की महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के अनुसंधान क्षेत्रों में सुरक्षा, सहनशीलता और आयुर्वेद के उपयोग को बढावा देना है।"