सिमरन (राजनीति से दूरी के पक्ष में):
सिमरन का मानना है कि युवा पीढ़ी को राजनीति से दूरी रखने की आवश्यकता है। वह यह सोचती है कि राजनीति में भ्रष्टाचार और दोगलापन की बढ़ती सामान्यता ने युवाओं के मन में आत्मविश्वास को कम किया है। युवा पीढ़ी को राजनीति से दूर रहकर अपने करियर और समृद्धि की दिशा में काम करना चाहिए, जिससे उनका स्वावलंबन और समृद्धि बढ़ सके।
आर्यन (सकारात्मक दृष्टिकोण के पक्ष में):
आर्यन का मानना है कि युवा पीढ़ी को राजनीति से दूर नहीं रखना चाहिए, बल्कि उन्हें सकारात्मक दृष्टिकोण देने की आवश्यकता है। वह यह सोचते हैं कि युवा पीढ़ी को राजनीति के दुष्प्रभावों के बावजूद सकारात्मक राजनीतिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। युवा पीढ़ी को देश के मुद्दों के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में योगदान कर सकें।
समाधान:
दोनों दृष्टिकोणों में संवाद से हम समझ सकते हैं कि युवा पीढ़ी की राजनीति के प्रति रुचि और सकारात्मकता में संतुलन बनाए रखने के लिए समाधान संभव है। युवाओं को राजनीति के महत्वपूर्ण तत्वों के बारे में शिक्षा देने और उन्हें सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में प्रेरित करने के लिए संविदानिक शिक्षा और संविदानिक उपायोग के बारे में जागरूकता की आवश्यकता है। युवा पीढ़ी को राजनीतिक सशक्तिकरण के माध्यम से उनके देश के प्रति जिम्मेदारी का आदर और समर्पण विकसित करने का मार्ग दिखाने की आवश्यकता है।
Social Plugin