ओमनाथ दूबे के सुविचार

"जीवन के सफर में, हमें कभी-कभी मुसीबतें और दर्द सहने पड़ते हैं, लेकिन इन चुनौतियों से गुजरकर हम अपनी मजबूतियों को और भी बेहतर बना सकते हैं। जैसे कि बरसात के बाद ही रंगीन इंद्रधनुष दिखता है, वैसे ही जीवन की मुश्किलों के बाद ही हमारी मनजिल और भी प्यारी और महत्वपूर्ण लगती है।"-ओमनाथ दूबे

"जब हम दूसरों के दर्द को समझते हैं और उनके साथ खड़े होते हैं, तो हमारा दिल और भी बड़ा हो जाता है। एक दूसरे की मदद करने से हम अपने आप को भी सच्चे और अंतर्निहित रूप में पाते हैं।"-ओमनाथ दूबे

"खुशियाँ और दुःख दोनों ही जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। दुःख सिखाता है हमें सहनशीलता और मजबूती, जबकि खुशियाँ हमें अनुभवों का आनंद लेने की कला सिखाती है।"-ओमनाथ दूबे

"जब हम दूसरों के साथ दया, समर्पण और साझा करते हैं, तो हम खुद को भी अपनी सच्ची खुशियों का आदान-प्रदान करते हैं। एक अच्छे इंसान बनने के लिए यह गुण अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।"-ओमनाथ दूबे

"वक्त कभी भी बदल सकता है, लेकिन हमारा दृढ़ संकल्प और मेहनत कभी भी हार नहीं मानने देते। जब हम अपने लक्ष्यों की दिशा में प्रगति करते हैं, तो सफलता खुद ही हमारे पास आती है।"-ओमनाथ दूबे

"आपके पास जो भी है, वो पर्याप्त है। हमें हमेशा आभारी रहना चाहिए और उसे बेहतरीन तरीके से उपयोग करने की कोशिश करनी चाहिए। खुश रहने की कला और आत्मसंतुष्टि से हम जीवन को सजीव और खुशनुमा बना सकते हैं।"-ओमनाथ दूबे

"जीवन में असफलता के बाद भी हार नहीं माननी चाहिए। बल्कि हमें उसे एक और मौका समझना चाहिए, जो हमें सीखने और सुधारने का अवसर प्रदान करता है। आगे बढ़ने के लिए हमें कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।"-ओमनाथ दूबे