बंगाल को मुगल साम्राज्य से पृथक् कर स्वतन्त्र किया

बंगाल को मुगल साम्राज्य से पृथक् कर स्वतंत्र करने का प्रथम प्रयास भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के दौरान हुआ था। बंगाल को स्वतंत्र करने के प्रथम प्रयास का नेतृत्व लाला लाजपत राय और बंगबंधु चट्टोपाध्याय जैसे भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने किया था। इसके बाद 1905 में बंगाल को दो भागों में विभाजित कर दिया गया था जिसका उद्देश्य था कि दक्षिण बंगाल में मुस्लिम बहुलता हो और पूर्वी बंगाल में हिंदू बहुलता हो। हालांकि, यह विभाजन बंगाल में विरोध का कारण बन गया और बाद में दोबारा बंगाल को एक किया गया। बंगाल को स्वतंत्र करने का असली प्रयास 1947 में भारत की आजादी के दौरान हुआ था जब बंगाल को दो भागों में विभाजित कर दक्षिण बंगाल पाकिस्तान का हिस्सा बनाया गया था।