केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने नदियों को आपस में जोड़ने संबंधी विशेष समिति (एससीआईएलआर)के बैठक की अध्यक्षता की

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय जल विकास एजेंसी (एनडब्ल्यूडीए) सोसायटी की 36वीं वार्षिक आम सभा और नदियों को आपस में जोड़ने संबंधी विशेष समिति (एससीआईएलआर)की 20वीं बैठक का आयोजन किया गया। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि जल संसाधन भारत सरकार के सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से एक है और नदियों को आपस में जोड़ने  वाला कार्यक्रम देश में जल और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यह सूखा प्रभावित और वर्षा द्वारा सिंचित होने वाले कृषि भूमि को जल उपलब्ध कराने में सहायता प्रदान करेगा। श्री शेखावत ने दिसंबर2021 में भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किए गए केन बेतवा संपर्क परियोजना (राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना के अंतर्गत पहली आईएलआर परियोजना) के कार्यान्वयन की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए एक वरदान साबित होगी और इसे आठ वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा।बैठक के दौरान, एनडब्ल्यूडीए के महानिदेशक ने एजेंडा विषयों पर अपनी एक विस्तृत प्रस्तुति दी। इस बैठक में विभिन्न कार्यों की स्थिति और नदियों को आपस में जोड़ने (आईएलआर) वाली परियोजनाओं के लिए लंबित मुद्दे/अड़चनें,एनडब्ल्यूडीए की 2021-22 की वार्षिक रिपोर्ट और ऑडिट किए गए अकाउंट और राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना (एनएफआरए)के गठन और राष्ट्रीय नदी जोड़ो प्राधिकरण (एनआईआरए) के गठन पर विस्तार से चर्चा हुई।

नदियों को आपस में जोड़ने संबंधी विशेष समिति (एससीआईएलआर)ने आईएलआर की राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना के एक हिस्से के रूप में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के साथ पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) संपर्क नहर परियोजना का एकीकरण करने पर विचार वाले प्रस्ताव को अपनी मंजूरी प्रदान की और परियोजना के पहले चरण को प्राथमिकता वाली इंटरलिंकिंग परियोजना घोषित किया।

एससीआईएलआर को एनआईआरए का गठन करने वाले कैबिनेट नोट के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई, जो हाल ही में अनुमोदन के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल के पास भेजा गया था। इस कैबिनेट नोट को एससीआईएलआरटास्क फोर्स और  अन्य विभागों/मंत्रालयों के विचारों को शामिल करते हुए पिछली बैठक में हुए विचार-विमर्श के आधार पर तैयार किया गया है।

इस बैठक में श्री बिश्वेश्वर टुडू, केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री श्री गोविंद एम. करजोल,कर्नाटक सरकार के जल संसाधन मंत्री और श्री दुरईमुरुगन,तमिलनाडु सरकार के जल संसाधन मंत्री भी उपस्थित हुए और श्री तुलसी राम सिलावट,मध्य प्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री इसमें डिजिटल माध्यम से शामिल हुए। इस बैठक का समापन अध्यक्ष के समापन भाषण और विशेष सचिव (जल संसाधन मंत्रालयआरडी और जीआर) द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव देने के बाद हुआ।