ASI द्वारा 9 वीं सदी के ऐतिहासिक धरोहर की खोज बांधवगढ़ में की गई

हेलो दोस्तों नमस्कार मैं हूं ओमनाथ और आप लोगों के बीच आज लेकर के आया हूं एक ऐसा ऐतिहासिक धरोहर स्थल के बारे में जानकारी को लेकर के जिसे सुनकर के और पढ़ करके आपको भी लगेगा कि यह स्थल आज तक कहां पर छुपे हुए थे आज इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं कि एएसआई ने किस ऐतिहासिक धरोहर स्थल की खोज की है...


  ASI के मुताबिक मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ फॉरेस्ट रिजर्व में ऐतिहासिक धरोहर मिलने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, बताया जा रहा है कि एएसआई ने 85 साल के बाद यह खोज शुरू की है, इस खोज के दौरान 26 गुफाएं,2 बौद्ध मठ, 26 गुफाएं, 46 कलाकृतियां, 19 जल स्रोत तथा 2 स्तूप प्राप्त हुए हैं ईएसआई के मुताबिक शिवलिंग और विष्णु दशावतार की मूर्तियां खोज के दौरान प्राप्त हुई हैं यह ऐतिहासिक धरोहर कुल 175 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है आपको बताते चलें कि यहां पर जितने भी अवशेष एएसआई को प्राप्त हुए हैं वह लगभग 2000 साल पुराने हैं, आपको बताते चलें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बारे में.....

मध्य प्रदेश में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया नामक जिले में स्थित है,जो कि साल एवं मिश्रित वन है, इस टाइगर रिजर्व में वनस्पति की कुल 515 प्रजातियां एवं वन्य प्राणियों की प्रजातियां पाई जाती हैं....
शेर तेंदुआ चीतल सांभर नीलगाय गुठली चिंकारा गौर जो सिंगर जंगली सूअर सोन कुत्ता लोमड़ी लकड़बग्घा जंगली मुर्गा रिटर्न अजगर जंगली बिल्ली से ही मोर नेवला चमगादड़ इंडिया खरगोश इत्यादि प्रजातियां इस टाइगर रिजर्व में पाई जाती हैं 

इस टाइगर रिजर्व के रहवास की अगर हम बात करें तो यह खुले नम सदाबहार वन क्षेत्र गर्म जलवायु और दलदल जमीन वाले वास आशा स्थल हैं, अगर आप मध्य प्रदेश के इस टाइगर रिजर्व में घूमना चाहते हैं तो आप रेल मार्ग सड़क मार्ग और वायु मार्ग के द्वारा आप घूम सकते हैं!!